चलते मैच में खिलाड़ियों और अंपायर के बीच बहसबाजी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं, जो काफी ज्यादा चर्चा का विषय बन जाते हैं। ऐसा ही एक मामला मंगलवार की रात गुजरात टाइटन्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेले गए इस IPL के पहले क्वालीफायर मैच में सामने आया है और अब यह मामला काफी ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से…
दरअसल, धोनी की कप्तानी का लोहा सब मानते हैं, उन्होंने कई मौकों पर अपनी शातिर कप्तानी का प्रदर्शन किया है और उसके दम पर टीम इंडिया को ICC की तीनों बड़ी ट्रॉफियाँ, IPL में अब तक 4 ट्रॉफी और कई छोटे-बड़े मैच जीताए हैं। वहीं, अब गुजरात के खिलाफ खेले गए मैच में भी धोनी ने अपनी कप्तानी का शानदार नजारा पेश किया और अपनी टीम को जीत दिलाई।
अब चूँकि पहली पारी ख़त्म होने के बाद जब गुजरात टाइटन्स बल्लेबाजी करने के लिए मैदान में आई तब मथीशा पथिराना काफी देर बाद फिल्ड पर आये थे. इस वजह से अंपायर ने उन्हें ओवर डालने से रोक दिया था, इसपर धोनी भड़क गये और अंपायर से बहस करने लगे तब धोनी ने अंपायर से पूछा की पथिराना कितनी देर बाद ओवर डाल सकता है तब उन्होंने 4 मिनट का समय बताया.
अब बात करे धोनी ने 4 मिनट तक मैच क्यों रुकवाया? तो आपको बता दे की एक्चुअल में धोनी पारी का 16 वां ओवर मशहूर श्रीलंका के तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना से डलवाना चाहते थे. लेकिन तब फिल्ड अंपायर ने पथिराना को ओवर डालने से रोक दिया, ऐसा इसलिए किया गया क्योकि नियम के अनुसार-
‘कोई भी बॉलर अगर फिल्डिंग से जितना वक्त बाहर रहता है उतना ही वक्त अंदर बिताने के बाद ही वो बॉल डाल सकता है.’