भारतीय किसान देश के किसी भी गाँवों या शहर से किसान कॉल सेंटर टोल फ्री नंबर 1551 या 1800-180-1551 ( Kisan Call center Toll Free No is 1551 and 1800-180-1551 ) पर कभी भी किसी समय साल से 365 दिन अपनी फसलो से जुडी समस्यों के समाधान के उपाय जान सकते है | इस नंबर पर कॉल करने का कोई भी चार्ज नहीं लगता है, यह बिलकुल फ्री है, किसान कॉल सेण्टर की शुरुआत कृषि मंत्रालय और भारत सरकार के प्रयास के द्वारा 21 जनवरी 2004 को हुई थी | किसान कॉल सेंटर का उदेस्स्य था की वह किसानो की समस्यों का निवारण तुरंत कर सके साथ ही वह किसानो को जानकारी वहां की स्थानीय भाषा में दे सके जिससे कोई भी किसान अपनी समस्यों को कृषि विशेषग को आशानी से समझा सके | यही कारण है की सभी राज्यों और जगहों के हिसाब से किसान कॉल सेंटर वंहा की स्थानीय भाषा जैसे हिंदी, मराठी, गुजराती, तेलगु, भोजपुरी, छत्तीसगढ़ी, तामिल, मलयालम इत्यादि कई भाषओं में आप सीधे इनसे बात कर सकते है | यह देश के किसानो को 22 भाषों में जानकारी देते है |
किसान कॉल सेंटर में बात करने का समय Kisan Call Center Time In Hindi
किसान कॉल सेंटर में किसान भाई सुबह 6.00 बजे से रात 10.00 बजे तक बात कर सकते है यह सप्ताह के सातों दिन और साल के 365 दिन आपकी सेवां में उपलब्ध रहते है |
किसान कॉल सेंटर से क्या जानकारी मिल सकती है What information can be received from the Kisan Call Center in hindi
- इससे सभी प्रकार के फसलों के बारे में किसान भाई जानकारी ले सकते है.
- उधानिकी फल, सब्जी फूलों की खेती के बारे में भी जानकारी ले सकते है.
- रेशमपालन, मुर्गीपालन, मधुमक्खीपालन, पशुपालन आदि के बारे जानकारी प्राप्त कर सकते है.
- कृषि की योजनओं के बारे में भी जानकारी ले सकते है.
भारत में 13 कल सेण्टर है और उनमे 113 कृषि विशेषग कॉल रिसीव करते है और किसानो की समस्याओ का समाधान करते है | ये सभी कृषि विशेषग देश के अलग अलग जगहों से चुने गए है | जिन्हें की फसलो से जुडी सभी प्रकार की समस्यों एवं उनके निवारण की जानकारी होती है,
भारत में किन सथानो पर किसान कॉल सेंटर है Kisan Call Center List In Hindi
क्र. | किसान कॉल सेंटर | प्रदेश जहाँ के समस्याओं का समाधान किया जाता है | |
1. | कानपूर | उतर प्रदेश, उतरांचल |
2. | चंडीगढ़ | पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगड़ |
3. | इंदौर | मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ |
4. | अहमदाबाद | गुजरात, दादर, नगर हवेली |
5. | जयपुर | राजस्थान |
6. | कोलकाता | वेस्ट बंगाल, बिहार, उडीषा, झारखंड |
7. | हैदराबाद | आंध्रप्रदेश |
8. | दिल्ली | हरियाणा, दिल्ली |
9. | बैग्लोर | कर्नाटक |
10. | कोची | केरला, लाक्षदीप |
11. | कोलकाता | N.E. स्टेट |
12. | चेन्नई | तामिल नाडु, अंडमान निकोबार |
13. | मुंबई | गोवा, महाराष्ट्र, दमन ड्यू |
किसान कॉल सेंटर की जानकारी के लेवल – Level of information of Kisan Call Center in hindi
प्रथम लेवल – फार्म तेली एडवाइजर – एग्रीकल्चर स्नातक व स्नाकोत्तर लोग खेती के बारे में जानकारी देते है,
द्त्तीय लेवल – जब प्रथम लेवल पर किसान की समस्या का निराकरण नहीं होता तो कृषि वैज्ञानिक/कृषि एक्सपर्ट टेली कांफ्रेसिंग के माध्यम से किसान की समस्या का समाधान करते है,
किसान कॉल सेंटर से जुड़ी अन्य जानकारियां – Other information related to Kisan Call Center in hindi
- इसमें अगर कॉल तुरंत रिसीव नहीं होती है तो किसान को बाद में किसान कॉल सेंटर से कॉल किया जाता है .
- ताकि किसान की समस्या का समाधानकिया जा सके.
- ( KCC ) किसान कॉल सेंटर में पंजीयन करने पर किसानो को टेक्स्ट मैसेज या वौइस् मैसेज भी भेजा जाता है,
किसान कॉल सेंटर में पंजीयन कैसे करे – How to register in Kisan Call Center
- किसान कॉल सेंटर के नंबर पर कॉल करके पंजीयन भी कर सकते है,
- या mkisan.gov.in पर भी पंजीयन क्र सकते है.
निष्कर्ष – Conclusion
किसान कॉल सेंटर से आज देश भर के अनेक किसान इस सुविधा के माध्यम से अपनी फसल की पैदावार को और बढ़ा प् रहे है | किसानो को फसलो में होने वाले रोग एवं उनके निवारण की जानकारी नहीं थी | लेकिन आज किसान कॉल सेंटर ( Kisan Call Center ) के माध्यम से वो अपने फसलों से जुडी किसी भी प्रकार की समयों के निवारण के उपाय तुरंत जान सकते है | साथ से किसान कॉल सेंटर में किसान भाई स्वयं को रजिस्टर कर सकते है और यंहा से वो अपने सामान को सीधे वय्पारी को भी बेच सकते है |
(और पढ़ें – ब्रुसेल्स स्प्राउट्स (Brussels sprouts) की खेती कैसे करे)